क्या सतर या गुठना खुल जाने से वुज़ू टूट जाता है ?
کیا ستر کھل جانے سے وضو ٹوٹ جاتا ہے؟
KYA SATAR KHUL JAANE SE WAZU TUTH JATA HAI?
अवाम (आम लोगों) में जो मशहूर है कि घुटना और सतर (मर्दो और औरत की वो जगह जिसका छुपाना फ़र्ज़ है) अपना या दूसरे का देखने से वुज़ू जाता रहता है
ये एक बेअस्ल बात है, घुटना या रान वग़ैरह खुलने से वुज़ू नहीं टूटता, हां बग़ैर ज़रूरत सतर खुला रहना या रखना मना है, और दूसरों के सामने सतर खोलना हराम है।
(बहारे शरीअत, हिस्सा: 2, सफ़्हा, न:28)
عوام میں جو مشہور ہے کہ گھٹنا اور ستر اپنا یا پرایا دیکھنے سے وضو جاتا رہتا ہے یہ ایک بے اصل بات ہے گھٹنا یا ران وغیرہ کھلنے سے وضو نہیں ٹوٹتا ہاں بغیر ضرورت ستر کھلا رہنا یا رکھنا حرام ہے اور دوسروں کے سامنے ستر کھولنا حرام ہے۔
(بہار شریعت،حصہ دوم، ص:۲۷)
(ग़लत फहमियां और उन की इस्लाह, सफ़्हा,न: 22/23)